एक खूबसूरत लोमडी, एक बेलगाम निम्फोमेनियाक, अपने बेदाग कौमार्य को प्रदर्शित करती है। उसका हाइमन उसकी शुद्धता का एक वसीयतनामा है, और वह इसे खोने के लिए उत्सुक है। उसकी तंग, आमंत्रित सिलवटों, नाजुक स्पर्श की कामुक खोज का गवाह बनें, उसे आनंद के उन्माद में चलाएं। जैसे ही वह चिढ़ाती और उत्तेजित करती है, प्रत्याशा स्पष्ट होती है, उसका हर कदम प्रलोभन का आकर्षक नृत्य। चरमोत्कर्ष विस्फोटक है, उसका शरीर परमानंद में डूबता जा रहा है। उसकी कुंवारी रक्त की दृष्टि, उसकी मासूमियत के लिए एक वसीयतनामे, इस अंतरंग यात्रा का पूर्ण समापन है। यह सिर्फ एक यौन कृत्य नहीं है, बल्कि एक अनुष्ठान है, उसकी नई यौन उपस्थिति का उत्सव, जो उसकी पीठ, और पीठ, वीर्य के रूप में आराम का क्षण है, जैसे ही वह अपना कौमार्य खो देती है।.